इंटरनेट क्या है | Internet Kya Hai

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इंटरनेट क्या है | Internet Kya Hai

इंटरनेट कंप्यूटरों का एक विश्वव्यापी (इंटरकनेक्टेड) नेटवर्क है। इंटर्नेट में बहुत से स्थानीय, राष्ट्र, अंतर्राष्ट्र नेट्वर्क होते हैं। ये सभी नेट्वर्क आपस में जुड़े हुए होते हैं। यह दुनिया भर से सूचना और डेटा तक पहुंच प्रदान करता है। आप दुनिया में चाहें तो कहीं पर भी महजूद हो, आप इंटर्नेट पर उपलब्ध कोई भी जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।

इंटरनेट कंप्यूटर नेटवर्क का एक नेटवर्क है जो दुनिया भर में अरबों उपयोगकर्ताओं की सेवा के लिए मानक इंटरनेट प्रोटोकॉल सूट (टीसीपी/आईपी) का उपयोग करता है। इंटरनेट एक वैश्विक प्रणाली है, जिसका अर्थ है कि इसका कोई केंद्रीय नियंत्रण या शासी निकाय नहीं है और यह भौतिक सीमाओं से विवश नहीं है।

इंटरनेट एक Global (वैश्विक) Network है, जो की Computer, Server, Mobile और भी अन्य Devices को जोड़ता है।

यह एक बहुत बड़ा संचार जाल है जिसमें सभी डिवाइस एक दूसरे से Protocol पर आधारित तकनीक से जुड़ते हैं और डाटा शेयर करते हैं।

यह कई कंप्यूटरों को एक दूसरे के साथ, Server के साथ और कई प्रकार के डिवाइस (जैसे की Router, Switch आदि) को Physical Cable के माध्यम से जोड़ता है।

इसके द्वारा दुनिया में कहीं से भी जानकारी प्राप्त करना, एक दूसरे से संवाद करना और भी बहुत कुछ
आसानी से कर सकते है।

आप यह सब कार्य इंटरनेट से जुड़के कर सकते है (इसके लिए आप कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन आदि
उपयोग कर सकते है) जब कोई कहता है की यह online है, तो इसका मतलब की वह user इंटनेट का उपयोग कर रहा है।

इंटरनेट के प्रकार

जैसा कि हम सब जानते हैं इंटरनेट कंप्यूटर नेटवर्क का एक बहुत बड़ा जाल है. वैसे तो इंटरनेट का अपना कोई प्रकार नहीं है. लेकिन इंटरनेट से कई सारे सवाल पैदा होते हैं जो सोचने पर मजबूर कर देते हैं. जैसे इंटरनेट के नेटवर्क कितने तरह के होते हैं? इंटरनेट कनेक्शन कितने तरह के होते हैं?

तो इस तरह देखे तो इंटरनेट के प्रकार को Connection के तोर पर दिखाया जा सकता है।

1. डायलअप कनेक्शन | Dial-up Connection / PSTN (Public Service Telephone Network) Connection

जब किसी टेलीफ़ोन लाइन द्वारा कंप्यूटर में इंटरनेट सेवाएं प्रदान की जाती है. तब वो काम डायल अप कनेक्शन के माध्यम से होता है. इस तरह टेलीफोन लाइन से कंप्यूटर में इंटरनेट देने की सुविधा को Dial up connection कहते हैं.

डायलॉग कनेक्शन में कंप्यूटर और आईपी सरवर के बीच एक अस्थाई संबंध बनाया जाता है. इस तरह के कनेक्शन modem के मदद से बनाए जाते हैं. यह कनेक्शन दूसरे कनेक्शन की तुलना में अपेक्षाकृत सस्ता होता है. इस तरह के कनेक्शन में यूज होने वाले डाटा को kbps और mbps में मापा जाता हैं।

2. ISDN कनेक्शन | ISDN Connection

Integrated Service Digital Network डायल अप कनेक्शन के तुलना में ज्यादा महंगा होता है. लेकिन डायल अप कनेक्शन की अपेक्षा इसकी स्पीड ज्यादा होती हैं. और यह कनेक्शन ज्यादा बेहतर काम करता हैं।

3. Leased Line Connection

लीज्ड लाइन कनेक्शन एक टेलीफोन लाइन से कंप्यूटर और आईपी सर्वर से जुड़ा होता है. इस तरह के कनेक्शन का उपयोग 24 घंटा किया जा सकता है. यह कनेक्शन दूसरे कनेक्शन के तुलना में ज्यादा महंगी होती है।

4. Very Small Aperture Terminal (VSAT)

इस इंटरनेट कनेक्शन को Geosynchronous Satellite के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इस तरह के कनेक्शन Geo-Synchronous Satellite से जुड़े होते हैं. इस तरह के कनेक्शन अधिकतर दूरसंचार और सूचना सेवा जैसे कामों में अधिक किया जाता हैं.

एक खास तरह का ग्राउंड स्टेशन होता है. VSAT की मदद से जिन माध्यमों के बीच सूचना आदान-प्रदान किया जाता है उसे Hub कहते हैं।

5. ब्रॉडबैंड कनेक्शन | Broadband Connection

यह connection में भी इंटरनेट को कंप्यूटर पहुंचाने के लिए टेलीफोन के तार का ही इस्तेमाल किया जाता है. इस तरह कनेक्शन का उपयोग हाई स्पीड इंटरनेट डाटा को एक्सेस करने के लिए किया जाता है. इस तरह के कनेक्शन की कीमत दूसरे कनेक्शन से थोड़ी ज्यादा होती है. Broadband connection, 4 तरह से हाई स्पीड डाटा यूजर को प्रदान करता है –

1. Digital subscriber line (DSL)
2. Cable modem
3. Fibre Optic
4. Broadband over power line

6. Wi-Fi कनेक्शन | Wireless Internet Connection

इस तरह के इंटरनेट कनेक्शन में यूज़र को बिना किसी टेलीफोन तार के इंटरनेट सेवाएं प्रदान की जाती हैं. इस तरह के कनेक्शन में किसी भी तरह के तार का प्रयोग नहीं होता है. इस तरह के कनेक्शन में radio frequency band के जरिए डिवाइस को इंटरनेट सुविधाएँ प्रदान की जाती हैं. इस तरह के कनेक्शन तो वैसे बहुत अच्छे होते हैं लेकिन नेटवर्क कवरिंग एरिया में ना होने पर यह कनेक्शन काम नहीं करता है।

7. सैटेलाइट इंटरनेट | Satellite Internet Connection

इस तरह का इंटरनेट कनेक्शन सेटेलाइट के मदद से स्थापित किया जाता है. सेटेलाइट सिग्नल के मदद से के कनेक्शन data कों यूज़र तक पहुँचाते हैं।

8. मोबाइल इन्टरनेट | Mobile Internet Connection

इस तरह के इंटरनेट कनेक्शन का प्रयोग मोबाइल में अधिकतर किया जाता है. इस तरह का इंटरनेट कनेक्शन टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों द्वारा कुछ अलग अलग तरह के plan में दिया जाता है. यूजर इन प्लान को अपने उपयोग के अनुसार खरीदते हैं और नल कनेक्शन के जरिए इंटरनेट पर काम करते हैं।

इंटरनेट का इतिहास हिंदी में | History of Internet in Hindi

आज पूरी दुनिया इंटरनेट की गिरफ्त में है, इंटरनेट के बिना मानो आज जिंदगी की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। हर कोई आज इंटरनेट का आदि बन चुका है, क्योंकि जिस चीज की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी, उसे आज इंटरनेट ने हकीकत में बदल दिया है।

इंटरनेट के माध्यम से आज घर बैठै-बैठे दुनिया के किसी भी कोने में बैठे शख्स से बातचीत कर सकते हैं, ईमेल या सोशल नेटवर्किंग साइट्स के माध्यम से अपना संदेश भेज सकते हैं, वीडियो कॉल कर सकते हैं, वहीं इंटरनेट ने कम्यूनिकेशन को इतना आसान बना दिया है कि देश-दुनिया की अर्थव्यवस्था पहले के मुकाबले काफी बेहतर हो गई है

इसका मुख्य उदेश्य एक ऐसा नेटवर्क स्थापित करना था जो “Nuclear Event” के समय मिलिट्री और प्रशासन की सूचनाओं का आदान प्रदान कर सके। बाद में सन् 1982 में इसमें TCP/IP PROTOCOLS स्थापित किए गए जो विभिन्न Sites को आपस में जोड़ने की मुख्य विधि है और आज भी इंटरनेट के प्रयोग में लाई जा रही है। इस विधि के कारण और अधिक नेटवर्क मशीन और Users तीव्रता से ARPANET के साथ जुड़ने लगे।

कुछ समय बाद इसका नाम ARPANET से बदलकर NFSNET रखा गया इसमें सभी लोग अपनी सूचनाओं का आदान प्रदान कर सकते थे अब प्राइवेट नेटवर्क भी स्थापित होने लगे थे। सन् 1990 में NSFNET और प्राईवेट Networks को मिलाकर एक Network बनाया गया जिसे Internet का नाम दिया गया। भारत में इंटरनेट की शुरुवात 15 अगस्त 1995 को विदेश संचार निगम लिमिटेड (VSNL) द्वारा किया गया था। विदेश संचार निगम लिमिटेड यह एक मात्र ऐसी कंपनी थी जिसने पहली बार इंटरनेट को भारत में लाया। 

शुरुआती दिनों में केवल 20 से 30 संख्या में ही कंप्यूटर एक दूसरे से जुड़े थे क्योकि उस समय इंटरनेट की गति भी बहुत ज्यादा तेज नहीं थी। आज के मुकाबले 100 गुना कम थी। 

सन 1990 के दशक के बाद लोगों की रूचि इसमें बहुत ज्यादा बढ़ती चली गई और सन 1998 को ही हमारी सरकार ने निजी कंपनियाँ जैसे Idea, Airtel, Vodafone को इंटरनेट की सर्विस उपलब्ध करने की अनुमति प्रदान की और इसी साल देश का पहला वेबसाइट Indiaworld.Com आरंभ हुयी।

तब से आज तक इंटरनेट का विकास होता चला गया। शायद ही कोई एसा व्यक्ति हो जो इंटरनेट के बारे मे नहीं जानता। वर्तमान समय मे इंटरनेट के बिना दुनिया की कल्पना नहीं की जा सकती क्योंकि यह हमारे जीवन का एक अटूट हिस्सा बन चुका है। आज दुनियाभर में इंटरनेट डाटा उपयोग के मामले में भारत पहले स्थान पर है

मुख्य तिथियाँ

  • 1969 ई. : ARPANET की शुरुआत।
  • 1972 ई. : इलेक्ट्रॉनिक मेल और ई-मेल की शुरुआत।
  • 1973 ई. : इंटरनेट प्रोटोकॉल को डिजाइन किया गया।
  • 1986 ई. : पहली बार ARPANET को बहुत बड़े नेटवर्क के रूप में बनाया गया।
  • 1988 ई. : फिनलैंड के जाक्र्को ओकेरीनेने नामक शख्स ने पहली बार इंटरनेट चैटिंग का विकास किया।
  • 1989 ई. : वर्ल्ड वाइड वेब (Www) का विकास हुआ।
  • 1993 ई. : मार्क एंड्रीसन नामक व्यक्ति ने मोजेइक नामक नेवीगेटिंग सिस्टम का विकास किया।
  • 1994 ई. : ब्राउज़र अस्तित्व मे आए।
  • 1995 ई. : बिज़नेस वेबसाइट शुरू की गयी।
  • 1996 ई. : इंटरनेट प्रचलित होने लगा और चलना आसान हो गया।
  • 1999 ई. : ऑनलाइन ख़रीदारी को बढ़ावा मिला।
  • 2003 ई. : दुनिया भर मे इंटरनेट फैल गया।

उम्मीद है आपको यह लेख पसंद आया होगा अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो बेझिजक कमेंट करें।

इंटरनेट का महत्व | Internet Ka Mahatva

आज के इस आधुनिक दुनिया में इंटरनेट का बहुत ही ज्यादा महत्व है। आज के समय में लगभग सभी कंपनियां इंटरनेट से जुड़ कर काम करती हैं। तो चलिए मैं आपको इंटरनेट के महत्व के बारे में बताता हूँ।

डिजिटल विकास में महत्वपूर्ण

आज के समय में लगभग सभी चीजें डिजिटल हो गई हैं। जहाँ कुछ समय पहले हम मनोरंजन के लिए बहुत सारे खेल आपस में मिल बैठकर खेलते थे।

वहीं आज के इस डिजिटल युग में हम इंटरनेट के जरिए बहुत सारे गेम्स खेल सकते हैं। वह भी इंटरनेट पर मौजूद लोगों के साथ। और जहाँ कुछ समय पहले लोग अपना करियर बनाने के लिए दिन भर पढ़ाई करते थे।

वहीं आज के इस डिजिटल युग में लोग अपना करियर इंटरनेट पर ही बनाते हैं। इसका सबसे अच्छा उदाहरण YouTubers है।

शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण

शिक्षा के क्षेत्र में इंटरनेट अपना बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। आज के समय में इंटरनेट का शिक्षा के क्षेत्र में बहुत ही ज्यादा उपयोग हो रहा है।

इंटरनेट के आ जाने से अब बहुत से विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। और ऑनलाइन इंटरनेट के जरिए परीक्षा भी दे रहें हैं। और साथ ही ऑनलाइन सर्टिफिकेट भी ले रहेे हैं।

जहां कुछ समय पहले जब इंटरनेट नहीं था। तब विद्यार्थियों का जीवन बहुत ही कठिनाइयों से घिरा रहता था। और विद्यार्थियों पढ़ाई करने के लिए ज्यादा पैसे भीे चुकाने पड़ते थे।

लेकिन इंटरनेट के आ जाने से विद्यार्थियों का जीवन सरल हो गया है, और पढ़ने के लिए कम पैसे भी चुकाने पड़ते हैं।

आवागमन एवं पर्यटन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण

आज के इस आधुनिक दुनिया में इंटरनेट की मदद से कहीं भी आना-जाना बहुत ही आसान और सुगम हो गया है। आज से कुछ समय पहले आप सभी लोगों को याद ही होगा, जब इस दुनिया में इंटरनेट नहीं हुआ करता था।

तब हम कहीं पर जाते थे। तो कभी-कभी ऐसा होता था। जब रास्ता भटक जाते थे। तब हम लोगों से उस रास्ते के बारे में पूछताछ करते थे।लेकिन आज के इस आधुनिक दुनिया में हम इंटरनेट की सहायता से कहीं पर भी जा सकते हैं।

और किसी से रास्ते के बारे में पूछना भी नहीं पड़ता है। इसके लिए हम Google Maps का सबसे ज्यादा उपयोग करते हैं। गूगल मैप की मदद से हम दुनिया के किसी भी रास्ते को अपने मोबाइल फोन पर ही देख सकते हैं। और वहां पर जा सकते हैं।

संचार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण

आज के समय में इंटरनेट संचार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। जहां कुछ वर्षों पहले हम संचार के लिए चिट्ठियों का इस्तेमाल करते थे। हम चिट्ठियों को लिखकर पोस्ट ऑफिस के जरिए उस चिट्ठी को उस इंसान के पास भेजते थे।

जिनसे हमें बात करनी होती थी।और इसमें सबसे ज्यादा समय भी लगता था। और हम कई दिनों तक उस इंसान के जवाब का इंतजार करते थे। जिस इंसान को हमने चिट्ठी भेजी थी।

लेकिन आज हम इंटरनेट की सहायता से किसी भी इंसान से बातचीत कर सकते हैं। फिर चाहे वह इंसान दुनिया के किसी कोने में ही क्यों ना उपस्थित हो और वह भी तुरंत।

लोगों तक समाचार पहुंचाने में महत्वपूर्ण

जहाँ कुछ समय पहले जब दुनिया मैं इंटरनेट की शुरुआत नहीं हुई थी। तब लोगों तक समाचार पहुंचाने के लिए समाचार पत्रिकाओं का प्रयोग किया जाता था।

लेकिन इंटरनेट की शुरुआत हो जाने से लोगों तक समाचार पहुंचाना बहुत ही आसान हो गया है। आज हम इंटरनेट की सहायता से समाचारों को बहुत ही आसानी से कुछ ही मिनटों में या कुछ सैकंडो में लोगों तक पहुंचा सकते हैं।

आज के समय में इंटरनेट पर बहुत से न्यूज़ वेबसाइट और न्यूज़ ऐप्स मौजूद है, जो लोगों तक समाचार पहुंचाने का काम करती हैं।

मनोरंजन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका

इंटरनेट के आ जाने से मनोरंजन के क्षेत्र में मानो क्रांति ही आ गई हैं। इंटरनेट के आने से मनोरंजन का साधन कई गुना बढ़ गया है। आज हम मनोरंजन के लिए इंटरनेट का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं।

हम इंटरनेट पर मनोरंजन के लिए मूवीस और म्यूजिक को सुनते और देखते हैं। आज हम अपने मोबाइल फोन से ही मनोरंजन कर पाते हैं। और फोन से मनोरंजन के लिए हम YouTube का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं।

यह भी जाने: 

ऑनलाइन जानकारी खोजना – Finding information online

आज अरबों website के माध्यम से इंटरनेट पर information का भंडार भरा है। Search engine का उपयोग करके जानकारी खोजना आसान है।
आपको एक या एक से अधिक कीवर्ड टाइप करना है। उस कीवर्ड से सम्बंधित वेबसाइट दिखेंगी।

उदाहरण के लिए आप कोई नया मोबाइल खरीदना चाहते है, तो आप search engine पर टाइप करिये और
फिर आपके आस-पास की दुकानें या online कहाँ से प्राप्त कर सकते है उसकी जानकरी मिल जाएगी।

ईमेल – Email

Electronic mail को संक्षिप्त में email कहा जाता है। इंटरनेट द्वारा ईमेल से सन्देश भेजा जाता है,
और प्राप्त किया जाता है। जो इंटरनेट का उपयोग करता है।
उसका अपना email account होता है। जिसे email address भी कहा जाता है।

आज कल email account बनाना आवश्यक हो गया है। क्योंकि online banking से लेकर
Facebook account बनाने तक और online कुछ भी करने के लिए email address की आवश्यकता
होती है।

सोशल नेटवर्किंग – Social Networking

Social networking के द्वारा एक ही समय पर कई लोगों से जुड़ना और शेयर करना बहुत आसान हो गया है।
Email पर आप कुछ लोगों को शेयर कर सकते है।

लेकिन social networking का उपयोग करके आप अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों से जुड़ कर एक
साथ शेयर कर सकते है।
जैसे Facebook सबसे बड़ी social networking site, जिसके दुनिया भर में अरबों से अधिक user है।

मैसेज – Chat and instant messaging

Chat और instant messaging जिसे संक्षिप्त IM कहा जाता है। इसमें वास्तविक समय (real-time) में छोटे सन्देश भेजे और पढ़े जाते है। Email की तुलना में यह अधिक आसान और तेज होता है।

इसका उपयोग तब किया जाता है। जब दो या दो अधिक लोग online हो, तभी आपके सन्देश को तुरंत पढ़कर जवाब दिया जा सकता है।

ऑनलाइन मीडिया – Online Media

Online media के द्वारा Video देखना और song सुना आज कल बहुत आसान हो गया है।
कई प्रकार की site इंटरनेट पर उपस्थित है, जोकि आपको वीडियो देखने और संगीत सुनने की अनुमति प्रदान करती है।
उदहारण के लिए, आप YouTube पर वीडियो देख सकते और Pandora पर रेडियो सुन सकते है।

Netflix, Hulu , ZEE5 और Amazon prime जैसी कई सुविधाएँ उपलब्ध है जिससे आप movie और TV shows देख सकते है।
यदि आपके पास setup streaming box है, तो आप कंप्यूटर की जगह TV पर देख सकते है।

इंटरनेट फोरम – Internet Forum

Internet forum या फिर message board यह एक discussion site है। जहाँ यूजर अपने विचार share करते है, या मदद करते है।

Forum chat से अलग होता है, क्योंकि यह लाइव नहीं होता इसमें messages कभी भी पढ़े जा सकते है।

इंटरनेट का पुराना नाम क्या है | Internet Ka Purana Naam Kya Hai

इंटरनेट का पुराना नाम है the ARPANET(Advanced Research Projects Agency Network)। 1960 से लेकर 1983 सन तक internet को the ARPANET नाम से पुकारा जाता था। क्योंकि उस समय पूरा इंटरनेट को America control कर रहे थे। और इस the ARPANET America के एक संस्था थे। इसलिए उस समय internet का नाम था the ARPANET।

1966 में, Advanced Research Projects Agency (ARPA) ने रिसोर्स शेयरिंग कंप्यूटर नेटवर्क नामक कई रिसर्च इंस्टिट्यूट के साथ एक कार्यक्रम की मेजबानी की। ARPA का लक्ष्य था विभिन्न कंप्यूटरों को एक साथ जोड़ना, सारे कंप्यूटर की पावर को बढ़ाना और सूचना स्टोरेज को विकेन्द्रीकृत करना । U. S सरकार किसी विनाशकारी घटना, जैसे कि सोवियत संघ का परमाणु हमले के मामले में सूचना तक पहुँचने और उसे वितरित करने का एक तरीका खोजना चाहती थी। 

यदि कोई बम किसी भी महत्वपूर्ण कंप्यूटर लाइन से टकराता है, तो सूचना ट्रांसफर तुरंत बंद हो जाएगा। U. S सरकार यह छह रही थी कोई भी कंप्यूटर लाइन नष्ट होगये हैं, तो बाकी के कंप्यूटर जो नेटवर्क से जुडी है वो अपना काम करते रहे।

ARPA के साथ विचार-विमर्श धीरे-धीरे सिद्धांत से वास्तविक प्रस्तावों तक विकसित हुआ इन नेटवर्कों के निर्माण के लिए और 1968 में, ARPA ने कई संस्थानों को एक Request for Quotation (RFQ) भेजा, जिसमें पहला Wide area network बनाने के लिए बोलियां मांगी गईं। 

पहले कंप्यूटर 1969 में जुड़े गए थे और नेटवर्क कण्ट्रोल प्रोग्राम 1970 में लागू किया गया था। नेटवर्क को 1971 में चालू घोषित किया गया था। आगे सॉफ्टवेयर का विकास किआ गया जिसमें रिमोट लॉगिन, फ़ाइल ट्रांसफर और ईमेल जैसे प्रोग्राम तैयार होकर काम करने लगा।

ARPANET ऊपर उठा और चलने के बाद, इसका तेजी से विस्तार किआ गया । 1973 तक, 30 शैक्षणिक, सैन्य और अनुसंधान संस्थान जैसे की इन देशों में हवाई, नॉर्वे और यूके सहित अन्य स्थानों को जोड़ने वाले नेटवर्क में शामिल हो गए थे।

जैसे-जैसे ARPANET का विकास होते गया, इंटरनेट के डेटा पैकेट को संभालने के लिए नियमों के एक सेट को स्थापित करने की आवश्यकता हो रही थी। तो आख़िरकार 1974 में, कंप्यूटर वैज्ञानिक Bob Kahn और Vint Cerf  ने transmission-control protocol नामक एक नई विधि का आविष्कार किया, जिसे लोकप्रिय रूप से TCP/IP के रूप में जाना जाता है। इंटरनेट प्रोटोकॉल सूट end-to-end डेटा संचार प्रदान करता है, यह निर्दिष्ट करता है कि डेटा को कैसे पैकेट, संबोधित, प्रेषित, रूट और प्राप्त किया जाना चाहिए।

TCP/IP की शुरुआत के बाद, ARPANET तेजी से नेटवर्क का एक ग्लोबल इंटरकनेक्टेड नेटवर्क बन गया था। इसी समय 1974, में INTERNET शब्द का पहला प्रमाणित उपयोग शामिल होगया और ARPANET होगया इंटरनेट का पुराना नाम।

1985 में,The National Science Foundation (NSF) ने कई विश्वविद्यालयों में राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग केंद्रों की स्थापना के लिए फंडिंग किया, और 1986 में NSFNET परियोजना के साथ नेटवर्क एक्सेस और नेटवर्क इंटरकनेक्टिविटी को प्रदान की। NSFNET सरकारी एजेंसियों और विश्वविद्यालयों के लिए Internet backbone बन गया।

 ARPANET प्रोजेक्ट को औपचारिक रूप से 1990 में U.S सरकार द्वारा बंद कर दिया गया था। ARPA द्वारा विकसित हुआ ARPANET पर लागू किए गए इंटर-नेटवर्किंग प्रोटोकॉल ने आज एक नए विश्व-व्यापी नेटवर्क के भविष्य के लिए व्यावसायीकरण का मार्ग को प्रशस्त किया, जिसे आज इसके नए नाम INTERNET के रूप में जाना जाता है।

इंटरनेट की खोज किसने की, इंटरनेट का आविष्कार किसने किया | Internet Khoj Kisne Ki, Internet Ka Avishkar Kisne Kiya

पूरे विश्व में पहली बार इन्टरनेट की खोज Vint Cerf और Bob Khan (Robert Elliot Kahn) द्वारा की गई थी. इसलिए इन दोनों को इंटरनेट के जनक के रुप में पहचाना जाता है. इन दोनों व्यक्तियों ने पहली बार एक ऐसी नेट्वर्क के ऊपर काम करना चालू किया था, जिसे हम आज के समय में इंटरनेट कह रहे हैं।

साल 1978 में, इन दोनों के मिलित परायशों से Transmission Control Protocol और Internet Protocol की संरचना हुई, जिसे की TCP/IP के नाम से भी जाना जाता है।

Kahn और Cerf, जिन्होंने इन्टरनेट की उन frameworks का आविष्कार किया, जिसका उपयोग आज के समय में भी किया जा रहा है. उन्होंने नियम निर्धारित किए और अदृश्य बुनियादी ढांचे का निर्माण शुरू किया जिस पर हम सभी भरोसा करते हैं।

वहीं सन 1989 में, Berners-Lee ने World Wide Web की खोज की. ये वहीं प्लाट्फ़ोर्म है,  जिसका इस्तमाल आज हम कर रहे हैं इन्टरनेट का इस्तमाल करने के लिए. लेकिन एक बात तो आपको मानना ही पड़ेगा की बिना ARPANET और Vinton Cerf जैसे लोगों के, आज के समय का इन्टरनेट वो नहीं होता जो वो है।

इसलिए किसी एक को इंटरनेट के आविष्कार का पूरा श्रेय देना ठीक नहीं होगा, बल्कि हम सभी को उनके कार्यों का उचित दर्जा देना चाहिए. आज इंटरनेट जैसा भी है वो सभी इन महान लोगों की कड़ी मेहनत की बदौलत संभव हो पाया है।

इंटरनेट पर निबंध हिंदी में | Essay on Internet in Hindi

प्रस्तावना

इंटरनेट के माध्यम से इंसान के काम करने के तरीके और जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आया है। इसने व्यक्ति के समय और मेहनत की बचत की इसलिये ये जानकारी पाने के लिये बहुत फायदेमंद है साथ ही इससे कम खर्च में ज्यादा आमदनी प्राप्त हो सकती है। ये नगण्य समय लेते हुये जानकारी को आपके घर तक पहुँचाने की दक्षता रखता है। मूलतः इंटरनेट नेटवर्कों का नेटवर्क है जो एक जगह से नियंत्रण के लिये कई सारे कम्प्यूटरों को जोड़ता है। आज इसका प्रभाव दुनिया के हर कोने में देखा जा सकता है। इंटरनेट से जुड़ने के लिये एक टेलीफोन कनेक्शन, एक कम्प्यूटर और एक मॉडम की जरूरत होती है।

इंटरनेट का अर्थ

इंटरनेट आई. टी. के क्षेत्र में क्रांति लाने वाला विश्व का सबसे बलशाली और सबसे बड़ा नेटवर्क है। इसे संक्षिप्त में नेट भी कहा जाता है क्योंकि इंटरनेट एक दूसरे से जुड़े बहुत सारे कम्प्यूटरों का जाल है जो कि उपग्रहों, केवल तंतु प्रणालियों, एल.ए.एन, और वी.ए.एन प्रणालियों तथा टेलीफोनों के जरिए सम्पूर्ण विश्व के करोड़ों कम्प्यूटर्स एवं उपनेटवर्क्स को आपस में जोड़ता है।
दूसरे शब्दों में कहे तो संसाधनों को साँझा करने अथवा सूचनाओं का आदान प्रदान करने के लिए टी.सी.पी/आई.पी प्रोटोकॉल के द्वारा दो अथवा कई कम्प्यूटर्स को एक साथ जोड़कर अंत:सम्बन्ध स्थापित करने की प्रक्रिया को इंटरनेट कहते हैं तथा इनके बीच की साँझा करने की प्रकिया को कंप्यूटर नेटवर्क्स कहते है। कंप्यूटर नेटवर्क्स के अनेकों रूप हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख है एल.ए.एन, इंटरनेट एवं इंट्रानेट।

इंटरनेट का महत्व

ये दुनिया के किसी भी जगह से पूरे विश्व भर की जानकारी ऑनलाइन प्राप्त करने में हमारी मदद करता है। इसके द्वारा हम किसी भी वेबसाइट से कुछ सेकेंडों में ही जानकारी को देख, इकट्ठा और भविष्य के लिये सुरक्षित कर सकते है। मेरे स्कूल के कम्प्यूटर लैब में इंटरनेट की सुविधा है जहाँ हम अपने प्रोजेक्ट से संबंधित जरूरी जानकारी को प्राप्त कर सकते है। इसके साथ ही :-

  • (i) मेट्रो, रेलवे, व्यापारिक उद्योग, दुकान, स्कूल, कॉलेज, शिक्षण संस्थान, एनजीओ, विश्वविद्यालय, कार्यालय (सरकारी तथा गैर-सरकारी) में हर डाटा को कंप्यूटरीकृत करके बड़े स्तर पर कागज़ और कागज़ी कार्यों से बचा जा सकता है, ऐसा करने से कार्यों में पारदर्शिता भी बढ़ेगी।
  • (ii) इंटरनेट मनुष्य को विज्ञान द्वारा दिया गया एक सर्वश्रेष्ठ उपहार है। इंटरनेट अनंत संभावनाओं का साधन है। इंटरनेट के माध्यम से हम कोई भी सूचना, चित्र, वीडियो आदि दुनिया के किसी भी कोने से किसी भी कोने तक पल भर में भेज सकते हैं। इंटरनेट के माध्यम से हम ई-मेल भेज सकते हैं और प्राप्त भी कर सकते हैं।
  • (iii) यह संदेश भेजने का और प्राप्त करने का सबसे सरल और सस्ता साधन है। इंटरनेट के माध्यम से हम दुनिया के किसी भी कोने में बैठे हुए अपने दोस्त अथवा संबंधियों से बात कर सकते हैं। इसे इंटरनेट चैटिंग कहते हैं जिसकी वजह से फेसबुक और वाट्सएप बहुत अधिक प्रसिद्ध हो रहे हैं।
  • (iv) इंटरनेट के माध्यम से हम अपने विचारों और वस्तुओं का पूरी दुनिया में प्रचार कर सकते हैं। यह विज्ञापन का सबसे सरल और प्रभावी माध्यम है।
  • (v) इंटरनेट के माध्यम से हम व्यापार भी कर सकते हैं और अपनी वस्तुओं और सेवाओं का क्रय-विक्रय भी कर सकते हैं। इसका सबसे बड़ा साधन वेबसाईट है।
  • (vi) इंटरनेट के माध्यम से हम नौकरी अथवा रोज़गार पाने के लिए अपना बायोडाटा भी इंटरनेट पर डाल सकते हैं।
  • (vii) वास्तव में इंटरनेट एक सार्वजनिक सुविधा है और कोई भी इसका उपयोग कर सकता है। आज मानव की सफलता के पीछे इंटरनेट का बहुत बड़ा योगदान है।
  • (viii) इसके माध्यम से एक जगह से पूरे विश्व के बारे में समय-समय पर खबर जाना जा सकता है। ढ़ेर सारी जानकारियों को जमा करने में ये बहुत दक्ष और प्रभावकारी है चाहे वो किसी भी विषय से संदर्भित हो चंद सेकेंड में ही उपलब्ध हो जाएगा।
  • (ix) ये शिक्षा, यात्रा, और व्यापार में बहुत उपयोगी है। इसके द्वारा ऑनलाइन पब्लिक लाइब्रेरी, टेक्स्टबुक, तथा संबद्ध विषयों तक पहुँच आसान हुई है।

निष्कर्ष

इंटरनेट एक वैश्विक नेटवर्क है जो पूरी दुनिया के कम्प्यूटरों को एक साथ जोड़ता है। इंटरनेट का उपयोग मात्र मनोरंजन के लिए करना सही नहीं है क्योंकि इंटरनेट से हम कई प्रकार के ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं और विश्व को एक नए स्तर पर ले जा सकते हैं। इंटरनेट का उपयोग राष्ट्र के विकास के लिए करना चाहिए ना कि इसे बेकार की चीजों में उपयोग करके अपने समय को बर्बाद करना चाहिए।

FAQ | इंटरनेट | Internet in Hindi

Q1. इंटरनेट की शुरुआत कब हुई

Ans = पूरे world मे internet का प्रथम बार प्रयोग हुआ January 1, 1983 मे। क्यूंकी इस 1983 मे ही TCP model को इंटरनेट मे implement किया देआ था।

Q2. इंटरनेट को हिंदी में क्या कहते हैं

Ans – इंटरनेट को हिंदी में अंतरजाल कहते हैं। इंटरकनेक्टेड कंप्यूटर नेटवर्क की वैश्विक प्रणाली इन्टरनेट कहलाती है। मौजूदा डिवाइसों को लिंक करने के लिए इंटरनेट प्रोटोकॉल सूट (टीसीपी / आईपी) का उपयोग होता है। इन्टरनेट का उपयोग सरल तथा महवपूर्ण है इसके बिना आधुनिक युग की कल्पना भी असम्भव है। इन्टरनेट के माध्यम से आप किसी को भी पल भर में संदेश या सुचना भेज सकते हैं तथा इस इन्टरनेट के उपयोग से ही आज बहुत सी चीजे सम्भव हो सकी है।

हम सभी जानते हैं कि इन्टरनेट का उपयोग हर क्षेत्र में होता है तथा इसके बिना काम करना असम्भव सा हो गया है। यह हमारे समय की बचत करता है तथा अतिरिक्त खर्च होने से भी बचाता है। किसी भी प्रकार की जानकारी को संचित करने स्थान्तरित करने, मनोरंजन के लिए, ज्ञान विज्ञान के लिए इन्टरनेट का उपयोग किया जाता हैं। मोबाइल पर इन्टरनेट के उपयोग ने इस दुनिया को बदल कर रख दिया है। हर किसी के हाथ में इन्टरनेट पहुच चूका है इस कारण वित्तीय क्षेत्रो में भी उन्नति हुई है।

इन्टरनेट के दुरूपयोग भी है लोग इसके द्वारा ऑनलाइन ठगी भी करने लगे है तथा इन्टरनेट के द्वारा गलत जानकरिया भी अभिक लोगो तक पहुच जाती है जिससे भी समस्याए उत्पन्न होती है।

Q3. सर्वप्रथम इंटरनेट की शुरुआत कब हुई थी

Ans – सबसे पहले इंटरनेट की शुरुआत अमेरिका सेना द्धारा पेंटागन अमेरिका के रक्षा विभाग में की गई थी। साल 1969 में ARPANet मतलब (Advance Research project Agency) नाम का Networking Project लॉन्च किया गया था। 

जिसका इस्तेमाल युद्द के समय बिना किसी मुश्किलों के गोपनीय सूचना भेजने और संचार व्यवस्था को सुरक्षित रखने के लिए किया गया था। वहीं थोड़े समय बाद इससे मिलने वाले लाभों को देख शोधकर्ता, वैज्ञानिक, मिलिट्री के लोग और कॉन्ट्रेक्टर्स इसका इस्तेमाल करने लगे।

सबसे पहले ‘Vinton Gray Cerf‘ और ‘Bob Kanh‘ नाम के दो शख्स के द्दारा साल 1970 में इंटरनेट की शुरुआत की गई थी। इसलिए इन्हें इंटरनेट का जनक भी कहा जाता है।

रेटॉमलिसंन ने साल 1972 में पहला ईमेल भेजा।

ब्रिटिश डाकघर में पहली बार इंटरनेट का इस्तेमाल साल 1979 में नई प्रौद्योगिकी के रुप में किया गया। इसके बाद ही कंप्यूटर तकनीकी में तेजी से विकास हुआ।

नेशनल साइंस फाउंडेशन ने कुछ हाई स्पीड कंम्यूटरों को जोड़कर साल 1980 में एक नेटवर्क (NSFNet) तैयार किया, जिसने बाद में इंटरनेट (Internet) की नींव रखी। वहीं इसी साल बिल गेट्स की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने भी अपना ऑपरेटिंग सिस्टम आईबीएम के कंप्यूटर पर लगाने का सौदा तय किया।

साल 1984 में इस नेटवर्क से 1000 से ज्यादा निजी कंप्यूटर जुड गए, इसके बाद धीरे-धीरे इसका तेजी से विकास हुआ और आज इसके दुनिया के सबसे बड़े नेटवर्क का रूप धारण कर लिया है।

आम जनता के लिए साल 1989 में इंटरनेट खोल दिया गया, जिससे इस्तेमाल बड़े स्तर पर लोगों द्धारा कम्यूनिकेशन और रिसर्च के लिए किया जाना लगा।

वर्ल्ड वाइड वेब की खोज से इंटरनेट को साल 1990 में एक नई दिशा दी गई। इसके बाद इस क्षेत्र में और अधिक तेजी से विकास होता चला गया।

शिक्षा एवं रिसर्च से संबंधित सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए हाई स्पीड नेटवर्क को विकसित करने के मकसद से साल 1991 ‘नेशनल रिसर्च एंड एजुकेशन नेटवर्क’ (NREN) की स्थापना की गई।

इसके बाद साल 1993 में पहले ग्रोफिक वेब ब्राउजर और मोजाइक सॉफ्टवेयर ( MOSAIC) सॉफ्टवेयर की खोज ने इंटरनेट के विकास को गति प्रदान की।

इंटरनेट की दुनिया में तेजी से नए-नए अविष्कार होते चले गए, और इसका तेजी से विकास होता चला गया, और आज दुनिया के सभी देशों के नेटवर्क आपस में जुड़ गए, जिससे सूचना का आदान-प्रदान, शौध, वित्तीय लेनदेन समेत तमाम ऐसी चीजें सेंकेण्डों में की जाने लगी है, जिसके बारे में पहले कभी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी।

Q4. इंटरनेट के दो सकारात्मक उपयोग लिखिए

Ans – इंटरनेट के सकारात्मक उपयोग :-

1. प्रस्तावना : आज लगभग सभी चीजें ऑनलाइन हो गई है। इंटरनेट ने कई बदलाव लाए हैं। जिस तरह से हम रहते हैं और अपने विभिन्न कार्य करते हैं इसने इन सबको बदल के रख दिया है। इंटरनेट अपने कई उपयोगों के लिए जाना जाता है और इसने लगभग हर क्षेत्र को प्रभावित किया है।

2. शिक्षा के क्षेत्र में : इंटरनेट के कारण आज शिक्षा सहज रूप से उपलब्ध हो गई है। हम गूगल के द्वारा पुरे संसार  का ज्ञान आसानी से प्राप्त कर  है , जो आज से पहले कभी संभव नहीं था।

3. यात्रा और पर्यटन  क्षेत्र में : किसी दूसरे शहर की यात्रा करना अब किसी तरह की परेशानी नहीं रह गई है चाहे वह व्यापार यात्रा हो या घूमने के लिए यात्रा हो। इसका कारण यह है कि आप पहले ही उन जगहों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। तो अब आप किसी जगह से अनजान नहीं रहेंगे और अपनी यात्रा को अधिक व्यवस्थित करने के लिए पहले योजना बना सकते हैं।यात्रा और पर्यटन उद्योग को इंटरनेट से लाभ मिला है।

Q5. भारत में इंटरनेट की शुरुआत कब हुई थी

Ans – भारत में विदेश संचार निगम लिमिटेड द्धारा टेलीफोन लाइन के जरिए भारत में सबसे पहले इंटरनेट का इस्तेमाल 15 अगस्त साल 1995 में किया गया था। शुरुआत में देश में करीब 20- 30 कंप्यूटर ही इंटरनेट से जुड़ सके थे।

उस वक्त सिर्फ जरूरी सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता था और सिर्फ कुछ बड़े-बडे़ संस्थानों और कॉलेजों को ही इंटरनेट से जोड़ा गया था। वहीं शुरुआत में इसकी स्पीड भी बेहद कम थी। इसके बाद जैसे-जैसे इंटरनेट का भारत में विस्तार होता गया वैसे-वैसे इंटरनेट की स्पीड भी बढ़ती गई।

90 के दशक में भारत में इंटरनेट का तेजी से विकास हुआ और इसकी पहुंच देश के कोने-कोने में हो गई। वहीं आज इंटरनेट का इस्तेमाल लोग सूचनाओं के आदान-प्रदान, शौध और शिक्षा के लिए ही नहीं करते हैं बल्कि इंटरनेट के माध्यम से आज लोग लाखों – करोड़ों रुपए घर बैठे ही कमा रहे हैं।

आज दुनिया में ऐसा कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है जहां इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं हो रहा है इसलिए इंटरनेट को अब तक दुनिया के सबसे बड़े और अच्छे अविष्कारों में एक माना गया है।

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