- खनिज किसे कहते हैं | Khanij Kise Kahate Hain
- खनिज क्या है, खनिज किसे कहते हैं उदाहरण सहित समझाइए | Khanij Kya Hai
- खनिज की विशेषता | Khanij Ki Visheshta
- खनिज के प्रकार, खनिज कितने प्रकार के होते हैं | Khanij Kitne Prakar Ke Hote Hain
- धात्विक खनिज किसे कहते हैं | What is Metallic Minerals
- खनिजों का वर्गीकरण कीजिए | Khanijo Ka Vargikaran
- खनिज और अयस्क में अंतर | Minerals and Ores Difference
- भारत के खनिज उत्पादक राज्य pdf, भारत के खनिज संसाधन pdf
- FAQ | खनिज क्या है | Khanij in Hindi
खनिज किसे कहते हैं | Khanij Kise Kahate Hain
खनिज ऐसे भौतिक पदार्थ हैं जो खान से खोद कर निकाले जाते हैं। खनिज ऐसे पदार्थ को कहते हैं जो खान से खोदकर निकाले जाते हैं। खनिज अशुद्ध अवस्था में ही पाए जाते हैं और उन्हें शुद्ध करना अति आवश्यक होता है। खनिज की वैज्ञानिक परिभाषा इस प्रकार दी जा सकती है की वे पदार्थ जो भौगोलिक परिस्थितियों के परिवर्तन के फल स्वरुप बनते हैं, खनिज कहलाते हैं।
- खनिज (Khanij) प्राकृतिक रूप से मिलने वाले वे पदार्थ हैं, जिनके अपनी भौतिक विशेषताएं और एक निश्चित रासायनिक संरचना होती है। जो वस्तुएँ पृथ्वी के धरातल या उसके गर्भ से खोदकर या खनन द्वारा निकाली जाती हैं, उन्हें खनिज पदार्थ कहते हैं।
- खनिज (Mineral) वे प्राकृतिक पदार्थ हैं जो कि भू-गर्भ से खनन क्रिया द्वारा बाहर निकाले जाते हैं। खनिज प्रमुखतया प्राकृतिक एवं रासायनिक पदार्थों के संयोग से निर्मित होते हैं। इनका निर्माण अजैविक प्रक्रियाओं के द्वारा होता है। सामान्य शब्दों में, वे सभी पदार्थ जो कि खनन द्वारा प्राप्त किए जाते हैं, खनिज कहलाते हैं। जैसे – कोयला, पेट्रोलियम एवं धात्विक अयस्क।
कुछ उपयोगी खनिज पदार्थों के नाम हैं – लोहा, अभ्रक, कोयला, बॉक्साइट (जिससे अलुमिनियम बनता है), नमक (पाकिस्तान व भारत के अनेक क्षेत्रों में खान से नमक निकाला जाता है!), जस्ता, चूना पत्थर इत्यादि।
खनिज क्या है, खनिज किसे कहते हैं उदाहरण सहित समझाइए | Khanij Kya Hai
- खनिज (Mineral) एक ऐसा प्राकृतिक, कार्बनिक एवं अकार्बनिक तत्त्व है, जिसमें एक क्रमबद्ध परमाणविक संरचना, निश्चित रासायनिक संरचना तथा भौतिक गुणधर्म होते हैं।
- खनिज का निर्माण दो या दो से अधिक तत्त्वों से मिलकर होता है। लेकिन कुछ खनिज एक ही तत्त्व से निर्मित होते हैं यथा – हीरा, कार्बन, ताँबा, सल्फर, सोना, ग्रेफाइट। लेकिन अधिकतर खनिज दो तत्त्वों वाले होते हैं, जैसे – लोहा और सल्फर आदि के पाइराइट्स।
- मिट्टी के कटाव के कारण यह खनिज पदार्थ कहीं-कहीं तो धरातल पर ही मिल जाते हैं। लेकिन अधिकांश खनिज पदार्थ बहुत गहराई में पाए जाते हैं। सभी खनिज (Mineral) अयस्क (ore) नहीं होते।
खनिज के उदाहरण | Khanij Ke Udaharan
उदाहरण – सोडियम क्लोराइड, जिंक सल्फाइड, लौह सल्फाइड, कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, अभ्रक, लोहा, नमक, चूना पत्थर, सोना, चांदी, तांबा, लोहा, एल्युमिनियम, सीसा-जस्ता, क्रोमियम, जिंक, टंगस्टन, निकिल, मैंगनीज, निकिल, कोबाल्ट, मोलिब्डेनम, बोराॅन, बाॅक्साइट, वेनेडियम, क्रोमाईट, पाइराइट, निकिल, टाइटेनियम, सीसा, जस्ता, मैग्नीशियम, लेड, जिंक, काॅपर, टिन, प्लैटिनम, पैलेनियम, हीरा, पन्ना, गंधक, फाॅस्फेट, नाइट्रेट, चूना पत्थर, घीया पत्थर, बलुआ पत्थर, मुल्तानी मिट्टी, तामङा, राॅक फास्फेट, अभ्रक, जिप्सम, गारनेट, संगमरमर, ग्रेनाइट, स्लेट, फिरोज, डोलोमाइट, ऐस्बेस्ट्राॅस और पाराइटस, लवण, पोटाश, यूरेनियम और फेल्सपार, यूरेनियम, थोरियम, बेरिलियम, इल्मेनाइट, ग्रेफाइट।
खनिज की विशेषता | Khanij Ki Visheshta
- कृषि, वन, जल या अन्य प्राकृतिक संसाधनों की अपेक्षा खनिजों के निक्षेप अधिक बिखरे तथा छोटे होते हैं।
- खनिज (Khanij in) अधिकतर भूगर्भ में ही पाये जाते हैं।
- खनिज (Kanija) पदार्थों के भण्डार निश्चित हैं और वे अनव्यकरणीय हैं।
- खनिजों (Khanijo) से निर्मित वस्तुएँ मजबूत और टिकाऊ होती हैं।
- लगातार खनिजों का दोहन होते रहने से खानें अधिक गहरी होती जाती हैं।
- खनिजों (Khanijo) का उत्पादन इनके उपयोग एवं बाजार में इनकी माँग के कम या अधिक होने के अनुसार कम या अधिक होता रहता है।
खनिज के प्रकार, खनिज कितने प्रकार के होते हैं | Khanij Kitne Prakar Ke Hote Hain
हमारी प्रकृति में मुख्य रूप से तीन प्रकार के खनिज पाए जाते हैं, जो निम्नलिखित दिए गए हैं –
- धात्विक खनिज
- अधात्विक खनिज
- ऊर्जा खनिज
धात्विक खनिज किसे कहते हैं | What is Metallic Minerals
पृथ्वी से जब बहुमूल्य पदार्थों को निकालते हैं, तो यह शुद्ध अवस्था में नहीं पाए जाते हैं। इनमें कई प्रकार की अशुद्धियां भी शामिल होती हैं। परंतु कुछ भौतिक व रासायनिक विधियों द्वारा इन अशुद्धियों को दूर किया जाता है तब हमें जो खनिज प्राप्त होता है वह एकदम शुद्ध होता है। इसे ही हम धात्विक खनिज कहते हैं।
- ऐसे खनिज पदार्थ जिनमें धातु का अंश विद्यमान होता है, धात्विक खनिज कहलाते हैं।
- धात्विक खनिज को गलाते है तो धातु प्राप्त होता है।
- यह खनिज कठोर एवं चमकीले होते है।
- इनको पीटकर तार/पत्तर बना सकते है। इनको पीटकर इनका आकार बदल सकते है।
- ये खनिज पीटने पर भी टूटता नहीं है।
- ये खनिज आग्नेय व कायान्तरित चट्टानों में पाये जाते है।
- इसमें तन्मयता का गुण पाया जाता है।
- धात्विक खनिज विद्युत के सुचालक होते है।
धात्विक खनिज भी तीन प्रकार में बांटे गए हैं –
लौह धात्विक खनिज:
लोहा, मैंगनीज, निकेल कोबाल्ट आदि लौह धात्विक खनिज होते हैं। जिन धात्विक खनिजों में लोहे (आयरन) का अंश अधिक पाया जाता है, उन्हें लौह खनिज कहते हैं। इनमें जंग लगता है। इनका उपयोग लोहा एवं इस्पात बनाने में किया जाता है। लौह खनिज रवेदार चट्टानों में पाये जाते हैं। लौह खनिजों में कठोरता पाई जाती है। ये खनिज प्रायः काले व स्लेटी रंग के होते है। इस खनिज में चुम्बकीय शक्ति होती है। ये विद्युत के अच्छे चालक नहीं होते। ये खनिज आसानी से प्राप्त किए जा सकते है।
उदाहरण – लौह-अयस्क, मैंगनीज, क्रोमियम, निकिल, कोबाल्ट, टंगस्टन, मोलिब्डेनम, बोराॅन, बाॅक्साइट वनेडियम, क्रोमाईट, पाइराइट, निकिल और टाइटेनियम आदि।
अलौह धात्विक खनिज
अलोह धात्विक खनिजों में बॉक्साइट, लेड, टिन, कॉपर आदि आते हैं।
जिन धात्विक खनिजों में लोहे (आयरन) का अंश कम या बिल्कुल नहीं होता है, उन्हें अलौह खनिज कहते हैं। इनमें जंग नहीं लगता। इनमें चुम्बकीय शक्ति नहीं होती। अलौह खनिज में कठोरता नहीं पाई जाती है। अलौह खनिज कई रंगों के होते हैं। यह खनिज सभी प्रकार की चट्टानों में पाये जाते है। ये खनिज विद्युत के अच्छे चालक होते है। इन खनिजों की प्राप्ति के लिए अधिक प्रयत्न करना पङता है।
उदाहरण – सीसा, जस्ता, ताँबा, मैग्नीशियम, लेड, बाॅक्साइट, जिंक, एलुमिनियम काॅपर और टिन आदि।
बहुमूल्य धात्विक खनिज
इनके अंतर्गत गोल्ड, सिल्वर, प्लैटिनम आदि महंगे खनिज आते हैं।
अधात्विक खनिज किसे कहते हैं | What is Non-Metallic Minerals
जिन खनिजों से अधातु में प्राप्त की जाती हैं उन्हें अधात्विक खनिज कहते हैं। खुदाई के समय जब यह खनिज निकाले जाते हैं, तब इन्हे शुद्ध करना अति आवश्यक होता है। जिससे कि अधातु के साथ कोई अशुद्धि मिक्स होकर ना आ जाए।
धात्विक खनिजों के उदाहरण में कार्बन ग्रेफाइट, सोडियम, पोटाश आदि आते हैं।
- ऐसे खनिज पदार्थ जिनमें धातुओं का अंश बिल्कुल नहीं पाया जाता, अधात्विक खनिज कहलाते हैं।
- अधात्विक खनिज को गलाने पर धातु प्राप्त नहीं होता।
- ये भंगुर प्रकृति के होते हैं।
- इन खनिजों की अपनी चमक होती है।
- ये पत्थर एवं मिट्टी से बनते हैं तथा ये अवसादी एवं परतदार चट्टानों में पाये जाते है।
- इन्हें पीटकर तार नहीं बना सकते। इन्हें पीटकर इनका आकार नहीं बदल सकते।
- इनको पीटने पर ये टूटकर चूर-चूर हो जाते हैं।
अधात्विक खनिज को दो भागों में बांटा जाता है –
- कार्बनिक खनिज
- अकार्बनिक खनिज
कार्बनिक खनिज – ऐसे खनिज जिनमें जीवाश्म होता है उन्हें कार्बनिक खनिज कहते हैं।
जैसे – कोयला, पेट्रोलियम।
अकार्बनिक खनिज – ऐसे खनिज जिनमें जीवाश्म नहीं होता है, उन्हें अकार्बनिक खनिज कहते हैं।
जैसे – अभ्रक, ग्रेफाइट।
ऊर्जा खनिज किसे कहते हैं | What is Energy Minerals
जैसा कि इस खनिज के नाम से ही स्पष्ट है कि वे खनिज जो ऊर्जा प्रदान करते हैं ऊर्जा खनिज कहलाते हैं। ऊर्जा खनिजों की कैटेगरी में पेट्रोलियम, कोयला और नेचुरल गैस आते हैं। यह सभी पदार्थ ज्वलनशील होते हैं और ऊर्जा प्रदान करते हैं।
- जिन खनिजों के उपयोग से ऊर्जा अर्थात् शक्ति प्राप्त होती है, उन्हें ऊर्जा खनिज कहते हैं।
- इन्हें मनुष्य सूर्य, जीवाश्म पदार्थ एवं परमाणु घटकों से प्राप्त करता है।
उदाहरण – कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, यूरेनियम, थोरियम, बेरिलियम, इल्मेनाइट, ग्रेफाइट आदि।
ऊर्जा खनिज दो प्रकार के होते हैं –
- ईंधन खनिज
- अणु शक्ति खनिज
ईंधन खनिज – ऐसे खनिज जो ईंधन के रूप में प्रयुक्त होते है, ईंधन खनिज कहलाते हैं। ये अवसादी चट्टानों में पाये जाते है।
जैसे – कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस।
अणु शक्ति खनिज – ये आग्नेय चट्टानों में पाये जाते है। ये परमाणु ऊर्जा के निर्माण में सहायक होते है।
जैसे – यूरेनियम, थोरियम, बेरिलियम, ग्रेफाइट, इल्मेनाइट।
खनिजों का वर्गीकरण कीजिए | Khanijo Ka Vargikaran
रासायनिक के अनुसार खनिजों को मुख्यतः 7 वर्गों में विभाजित किया गया है जो कि निम्न प्रकार दिए गए हैं –
- ऑक्साइड वर्ग
- कार्बोनेट वर्ग
- सल्फेट वर्ग
- सिलिकेट वर्ग
- फास्फेट वर्ग
- हैलाइड वर्ग
- सल्फाइड वर्ग
खनिज और अयस्क में अंतर | Minerals and Ores Difference
खनिज | अयस्क |
उन प्राकृतिक पदार्थों को खनिज कहते हैं जिनमें धातुओं के यौगिक पाए जाते हैं | जिन खनिजों से धातुएं लाभदायक तथा सुविधा पूर्वक प्राप्त की जा सकती है उन्हें अयस्क कहते हैं |
कुछ खनिजों में धातु की प्रतिशत मात्रा पर्याप्त होती है. जबकि अन्य खनिजों में धातु की प्रतिशत मात्रा बहुत कम होती है | सभी अयस्कों में धातु की प्रतिशत मात्रा पर्याप्त होती है |
कुछ खनिजों में आपत्तिजनक अशुद्धियां होती है जो धातु के निष्कर्षण में बाधा डालती है | अयस्कों में किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक अशुद्धियां नहीं होती |
सभी खनिजों को धातु निष्कर्षण के लिए प्रयुक्त नहीं किया जा सकता अर्थात सभी खनिज अयस्क नहीं होते | सभी अयस्कों को धातु निष्कर्षण के लिए प्रयुक्त किया जा सकता है |
भारत के खनिज उत्पादक राज्य pdf, भारत के खनिज संसाधन pdf
खनिज का नाम | प्राप्ति राज्य |
लौह-अयस्क | ओडिशा (सोनाई, क्योंझर, मयूरभंज), झारखंड (सिंहभूम, हजारीबाग, पलामू, धनबाद), छत्तीसगढ़ (बस्तर, दुर्ग, रायपुर, रायगढ़, बिलासपुर), मध्य प्रदेश (जबलपुर), कर्नाटक (बेलारी, चिकमंलुर, चीतल दुर्ग) महाराष्ट्र (रत्नागिरि, चांदा), तमिलनाडु (सलेम, तिरुचिरापल्ली), गोव |
मैंगनीज | ओडिशा (सुन्दरगढ़, सम्बलपुर, बोलंगीर, क्योंझर, कालाहांडी, कोरापुट), महाराष्ट्र (नागपुर और भंडारा), मध्य प्रदेश के (बालाघाट, छिंदवाड़ा), कर्नाटक (शिमोगा, बेलारी, चित्रदुर्ग, बीजापुर), आन्ध्र प्रदेश (श्रीकाकूलम), गुजरात (पंचमहल, बड़ौदा), झारखंड (सिंहभूम) एवं राजस्थान (बांसवाड़ा) |
कोयला | झारखंड (धनबाद, सिंहभूम, गिरिडीह), पश्चिम बंगाल (रानीगंज, आसनसोल), छत्तीसगढ़ (रायगढ़), ओडिशा (देसगढ़ तथा तलचर), असम (माकूम, लखीमपुर), महाराष्ट्र (चांदा), तेलंगाना (सिंगरेनी) मेघालय, जम्मू-कश्मीर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश (नामचिक, नामफुक) |
तांबा | झारखंड (सिंहभूम, हजारीबाग), राजस्थान (खेतड़ी, झुंझुनू, भीलवाड़ा, अलवर एवं सिरोही), महाराष्ट्र (कोल्हापुर), कर्नाटक (चीतल दुर्ग हासन, रायचूर), मध्य प्रदेश (बालाघाट), आन्ध्र प्रदेश (अग्नि गुंडल) |
बॉक्साइट | ओडिशा, झारखंड (कोडरमा, हजारीबाग), बिहार (गया, एवं मुंगेर), महाराष्ट्र (नागपुर, भंडारा तथा रत्नागिरी), राजस्थान (अजमेर, शाहपुर), आन्ध्र प्रदेश (नेल्लोर) |
सोना | कर्नाटक (कोलार तथा हट्टी की खान), आन्ध्र प्रदेश (रामगिरि खान, अनन्तपुर), तेलंगाना (वारंगल), तमिलनाडु (नीलगिरी एवं सलेम), झारखंड (हीराबुदनी खान सिंहभूम) |
अभ्रक | आन्ध्र प्रदेश (नेल्लोर जिला), झारखंड (पलामू), गुजरात (खेड़ा), मध्य प्रदेश (कटनी, बालाघाट, जबलपुर), छत्तीसगढ़ (बिलासपुर) राजस्थान |
जस्ता | राजस्थान (उदयपुर), ओडिशा, जम्मू-कश्मीर (उत्पादन में द्वितीय स्थान) |
चांदी | राजस्थान (जवार खान) कर्नाटक (चित्रदुर्ग, बेलारी), आन्ध्र प्रदेश (कुडप्पा गुटूर), झारखंड (संथालपरगना, सिंहभूम)। |
पेट्रोलियम | असम (डिग्बोई, सूरमा घाटी), गुजरात (खम्भात, अंकलेश्वर) महाराष्ट्र (बॉम्बे) |
मैग्नेजाइट | उत्तराखंड, राजस्थान , तमिलनाडु, आन्ध्र प्रदेश |
हीरा | मध्य प्रदेश (मझगावां खान, पन्ना जिला) |
यूरेनियम | झारखंड (रांची, हजारीबाग, सिंहभूम) |
थोरियम पाइराइट्स | राजस्थान (पाली, भीलवाड़ा) |
टंगस्टनक्रोमाइट | राजस्थान , तमिलनाडु, कर्नाटकझारखंड एवं ओडिशा |
सीसा | झारखंड, राजस्थान। |
लिग्नाइट | तमिलनाडु, राजस्थान |
टिन | छत्तीसगढ़ |
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FAQ | खनिज क्या है | Khanij in Hindi
Q1. खनिज पदार्थ किसे कहते हैं
Ans – पृथ्वी की भूपर्पटी या भूगर्भ में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले तत्त्वों तथा यौगिकों को खनिज कहते है।
Q2. खनिज लवण किसे कहते हैं
Ans – खनिज लवण अकार्बनिक पदार्थ हैं। मानव शरीर में कम-से-कम 29 तत्व पाए जाते हैं। यद्यपि खनिज से ऊर्जा प्राप्त नहीं होती है, परन्तु इनकी आवश्यकता शरीर की विभिन्न अभिक्रियाओं के लिए होती है।
Q3. लौह खनिज के उदाहरण
Ans – वे खनिज जिनमें लौह तत्व होते हैं, लौह खनिज होते हैं। उदाहरण के लिए,
लोहा, मैंगनीज, क्रोमाइट, आदि।
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