- कंप्यूटर क्या है, कंप्यूटर की पूरी जानकारी हिंदी में, कंप्यूटर किसे कहते हैं | Computer Kya Hai, Computer Kise Kahate Hain
- कंप्यूटर की परिभाषा, कंप्यूटर का अर्थ और परिभाषा | Computer Ki Paribhasha
- कंप्यूटर का फुल फॉर्म, कंप्यूटर फुल फॉर्म, कंप्यूटर की फुल फॉर्म, कंप्यूटर का फुल फॉर्म हिंदी में | Computer Full Form
- कंप्यूटर को हिंदी में क्या कहते हैं, कंप्यूटर का हिंदी नाम क्या है | Computer in Hindi
- कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया, कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था | Computer Ka Avishkar Kisne Kiya
- कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं, कंप्यूटर के प्रकार | Type of Computer
- कंप्यूटर के कितने भाग होते हैं, कंप्यूटर पार्ट्स | Computer Ke Kitne Bhag Hai
- कंप्यूटर की 10 विशेषताएं, कंप्यूटर की विशेषताएं | Characteristics of Computer
- FAQ’s | कंप्यूटर क्या है, Computer Kya Hai
कंप्यूटर क्या है, कंप्यूटर की पूरी जानकारी हिंदी में, कंप्यूटर किसे कहते हैं | Computer Kya Hai, Computer Kise Kahate Hain
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसे अंकगणित या तार्किक संचालन के एक सेट को स्वचालित रूप से करने के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है। यही है कंप्यूटर क्या है का सबसे आसान जवाब।
कंप्यूटर में तीन मुख्य घटक होते हैं:
- इनपुट
- प्रोसेसिंग
- आउटपुट
इनपुट आमतौर पर एक कीबोर्ड और माउस होता है। प्रोसेसिंग कंपोनेंट आमतौर पर माइक्रोप्रोसेसर या सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू) के रूप में होता है। आउटपुट आमतौर पर डिस्प्ले स्क्रीन पर होता है, जैसे मॉनिटर या टेलीविजन।
कंप्यूटर की परिभाषा, कंप्यूटर का अर्थ और परिभाषा | Computer Ki Paribhasha
“Computer एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जिसका उपयोग गणना करने, डेटा/इन्फॉर्मेशन को स्टोर, व्यवस्थित, और पुनःप्राप्त करने, तथा अन्य मशीनों को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है।“
आसान भाषा में Computer, यूजर द्वारा दिए गए निर्देशों (Instructions) के आधार पर प्रोसेसिंग करके परिणाम उत्पन्न करता है। इसके अलावा Computer की स्टोरेज डिवाइस में डेटा को लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है, ताकि दुबारा जरूरत पड़ते ही उसे प्राप्त किया जा सके।
शब्द Computer इंग्लिश शब्द ‘Compute’ से लिया गया है, जिसका हिंदी मतलब है ― गणना करना। आज से कई सौ सालों पहले यह शब्द उस व्यक्ति के लिये उपयोग किया जाता था, जो गणना करते थे (अर्थात गणितज्ञ थे)। जब यही काम बाद में Computer करने लगे तो उन्हें गणकयंत्र (Calculating Machine) कहा जाने लगा।
हालांकि शुरुआती Computer आज जितने आधुनिक नही थे, उन्हें सिर्फ तेजी से गणना करने के उद्देश्य से बनाया गया था। इसके विपरीत आधुनिक Computer एक प्रोग्रामेबल मशीन (Programmable Machine) होते है; जिनसे प्रत्येक कार्य करवाने के लिये Program लिखे जाते है। यह निर्देशों का एक समूह होता है जो Computer को बताता है, कि क्या करना है और कैसे करना है, इसे Software भी कहा जाता है।
कंप्यूटर का फुल फॉर्म, कंप्यूटर फुल फॉर्म, कंप्यूटर की फुल फॉर्म, कंप्यूटर का फुल फॉर्म हिंदी में | Computer Full Form
कंप्यूटर का फुल फॉर्म है:
Common Operating Machine Purposely used for Technological and Educational research (कॉमन ऑपरेटिंग मशीन पर्पसली यूज्ड फॉर टेक्नोलॉजिकल एंड एजुकेशनल रिसर्च) जिसमें:
- C = Common | कॉमन
- O = Operating | ऑपरेटिंग
- M = Machine | मशीन
- P = Purposely | पर्पसली
- U = Used | यूज्ड
- T = Technological | टेक्नोलॉजिकल
- E = Educational | एजुकेशनल
- R = Research | रिसर्च
कंप्यूटर को हिंदी में क्या कहते हैं, कंप्यूटर का हिंदी नाम क्या है | Computer in Hindi
आज के दौर में अधिकतर क्षेत्रों में कंप्यूटर का काफी इस्तेमाल किया जाता है. कंप्यूटर को हिंदी में ‘संगणक’ कहा जाता है। दरअसल कंप्यूटर से घंटों की गणना को कुछ सेकंड में किया जा सकता है. यही कारण है कि ऐसे संगणक कहा जाता है। शुरुआती दौर में कंप्यूटर का इस्तेमाल करना के लिए ही किया जाता था. हालांकि धीरे-धीरे कंप्यूटर से विभिन्न काम होने लगे।
कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया, कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था | Computer Ka Avishkar Kisne Kiya
कंप्यूटर का आविष्कार Charles Babbage ने किया था। इन्हें कंप्यूटर का जनक कहा जाता है।
- 1822 में Charles Babbage नें “डिफरेंशिअल इंजन” नाम के मैकेनिकल कंप्यूटर का आविष्कार किया था।
- इसके बाद 1938 में United States Navy ने इलेक्ट्रो मैकेनिकल कंप्यूटर बनाया था। जिसका नाम टारपीडो डाटा कंप्यूटर (Torpedo Data Computer) था।
- इसके बाद 1939 में Konrad Zuse ने Z2 कंप्यूटर बनाया। जिसमे पहली बार वैक्यूम ट्यूब्स का इस्तेमाल किया गया। ये सबसे पहला Electromechanical Relay कंप्यूटर था।
- इसके बाद में Z3 कंप्यूटर बनाया गया जिसमें लगभग 2000 रिले का इस्तेमाल किया गया। बेल लेबोरेटरीज में 1947 में का ट्रांजिस्टर आविष्कार किया है।
- ट्रांजिस्टर एक स्विच की तरह काम करता है जो की सर्किट को ON या Off कर सकता है और ये एम्पलीफायर की तरह भी काम करता है।
- ट्रांजिस्टर के आने से कंप्यूटर की दुनिया में बहुत ज्यादा बदलाव आया पहले जो कंप्यूटर थे उनका साइज बहुत बड़ा था लेकिन ट्रांजिस्टर से उन्ही कंप्यूटर का साइज बहुत छोटा हो गया।
कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं, कंप्यूटर के प्रकार | Type of Computer
अगर आप Computer शब्द का प्रयोग सिर्फ घर और ऑफिस में उपयोग होने वाले PC के लिए करते है, तो आप गलत है। इस शब्द का प्रयोग आमतौर पर उन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिये किया जाता है, जो यूजर से निर्देश (इनपुट) लेकर उसकी प्रोसेसिंग करते है, और उत्पादित परिणाम (आउटपुट) को यूजर को प्रदान करते है। नीचे विभिन्न प्रकार के Computer डिवाइस की चर्चा की गयी है।
डेस्कटॉप कंप्यूटर | Desktop Computer
एक Desktop Computer आपके घर या ऑफिस की डेस्क में रखा जाता है। आमतौर पर एक व्यक्ति के काम करने के लिये डिजाइन किया गया है, जिसके चलते इसे Personal Computer (PC) भी कहते है। इसे कन्ट्रोल करने के लिये मुख्य रूप से कीबोर्ड और माउस का इस्तेमाल होता है; परिणाम देखने और टास्क की मॉनिटरिंग के लिए डिस्प्ले डिवाइस के रूप में मॉनिटर मौजूद होता है। पावर देने के लिये इसे मुख्य पावर सप्लाई से जोड़ना पड़ता है, क्योंकि इसमें इन्टरनल बैटरी नही लगी होती है।
लैपटॉप | Laptop
Laptop एक ऑल-इन-वन Computer सिस्टम है, जिसे पूरी तरह फंक्शनल होने के लिये बाहरी उपकरणों की आवश्यकता नही होती; बल्कि स्क्रीन, कीबोर्ड और टचपैड इसमें इन-बिल्ट होते है। आमतौर पर यह डेस्कटॉप से साइज में काफी छोटे और वजन में हल्के होते है। जिस वजह से Laptop काफी पोर्टेबल है, और इसे आप अपने साथ कही भी ले जा सकते है। यह बैटरी पर चलते है, एक बार चार्ज कर लेने पर कई घण्टों तक इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
टैबलेट कंप्यूटर | Tablet
Tablet, एक फ्लैट टचस्क्रीन डिवाइस होती है। इसका साइज लैपटॉप से छोटा और स्मार्टफोन से बड़ा होता है। इसमें इनपुट देने के लिये स्क्रीन पर उंगलियों से टच करना होता है, हालांकि कुछ Tablet Devices में इसके लिये Stylus (or Light Pen) का भी उपयोग किया जाता है। यह बहुत अधिक पोर्टेबल होते है, जिसके कारण इसे अपने साथ कहि भी ले जाना आसान होता है।
सर्वर | Server
Server भी एक प्रकार का Computer है, जो किसी नेटवर्क पर अन्य Computers को डेटा, संसाधन और सेवाएं इत्यादि प्रदान करता है। यह विभिन्न प्रकार के होते है, जिसमें ― वेब सर्वर, मेल सर्वर, फाइल सर्वर और एप्पलीकेशन सर्वर इत्यादि शामिल है।
अन्य प्रकार के कंप्यूटर | Other Types of Computer
- स्मार्टफोन (Smartphone): यह एक प्रकार का Handheld Computer होता है, जिसे आप एक हाथ से पकड़कर उपयोग कर सकते है। इसमें फोन कॉल करने, मैसेज भेजने, इंटरनेट उपयोग करने जैसी कई सारी सुविधाएं उपलब्ध होती है। स्मार्टफोन में टच-स्क्रीन तकनीक का उपयोग होता है, डिस्प्ले पर उंगलियों से टच करके इस डिवाइस को चलाया जाता है।
- पहनने योग्य (Wearables): वे Computers जिन्हें आप पहन सकते है, आमतौर पर अपनी कलाई में, जैसे ― स्मार्टवॉच और फिटनेस ट्रैकिंग बैंड। स्मार्टफोन में मौजूद अधिकांश फीचर इन डिवाइस में दिए गए होते है।
- वीडियो गेम कंसोल (Video Game Console): यह एक गेमिंग बॉक्स है, जिसे TV या Monitor से कनेक्ट कर आप गेमिंग का मजा ले सकते है। हालांकि सामान्य PC में गेमिंग की जा सकती है, लेकिन बेहतर गेमिंग अनुभव के लिये आपको कंसोल का उपयोग करना चाहिए। क्योंकि इन्हें विशेष रूप से वीडियो गेम खेलने के लिये डिज़ाइन किया गया है। अभी सबसे लोकप्रिय गेमिंग कंसोल में Sony’s PlayStation और Microsoft’s Xbox शामिल है।
- स्मार्ट टीवी (Smart TV): आज के स्मार्ट टीवी कई सारी सुविधाओ के साथ आते है। इनका उपयोग न सिर्फ फिल्में देखने, बल्कि ईमेल पढ़ने, इंटरनेट चलाने, और यूट्यूब व नेटफ्लिक्स पर पसंद के टीवी शो देखने के लिये भी किया जा सकता है। जो एक Computer से कम नही है।
कंप्यूटर के कितने भाग होते हैं, कंप्यूटर पार्ट्स | Computer Ke Kitne Bhag Hai
मानव शरीर की तरह ही Computer के भी कई सारे पार्ट्स होते है। इन सभी पार्ट्स को मुख्य रूप से दो भागों: Hardware और Software में विभाजित किया जाता है। वे पार्ट्स जो भौतिक (Physical) है, अर्थात जिन्हें हम देख व छू सकते है, Hardware कहलाते है; Software, कंप्यूटर के भौतिक भाग को बताते है, क्या करना है और कैसे करना है, इन्हें प्रोग्राम अथवा एप्लीकेशन भी कहा जाता है।
अगर आप किसी सामान्य Desktop PC को देखेंगे तो उसमें आपको एक Cabinet, Monitor, Keyboard, Mouse और UPS देखने को मिलेगा। हालांकि अन्य पार्ट्स कैबिनेट के भीतर मौजूद होते है। तो आइये Computer के कुछ बेसिक पार्ट्स के बारे में जानें।
1. मुख्य सर्किट बोर्ड | Main Circuit Board
Computer का मुख्य सर्किट बोर्ड Motherboard है। यह Cabinet के भीतर मौजूद ग्रीन कलर का एक बड़ा सा सर्किट बोर्ड होता है। इसका कार्य CPU, RAM, Hard Drive, Graphics Card और अन्य हार्डवेयर पार्ट्स को आपस मे कनेक्ट करना है; साथ ही मदरबोर्ड, I/O Devices को Computer से जोड़ने के लिए Ports भी प्रदान करता है।
2. सेन्ट्रल प्रॉसेसिंग यूनिट (सीपीयू) | Central Processing Unit (CPU)
CPU अथवा Central Processing Unit (or Processor) को Computer का ‘मस्तिष्क’ कहा जाता है। जिस तरह हमारा दिमाग हमारे लिये सोचने और निर्णय लेने का काम करता है, ठीक उसी प्रकार CPU यूजर द्वारा प्राप्त निर्देशों (Instructions) के आधार पर प्रोसेसिंग करके Output प्रदान करता है। एक तरह से CPU, Computer के सभी पार्ट्स के संचालन को नियंत्रित करता है। यह मदरबोर्ड में CPU Socket में स्थित होता है।
3. रैंडम एक्सेस मेमोरी | RAM
RAM का पूरा नाम Random Access Memory है। यह Computer की प्राइमरी मेमोरी होती है, जिसका उपयोग वर्तमान समय में CPU द्वारा प्रोसेस किये जा रहे डेटा को स्टोर करने के लिये होता है। यह एक अस्थायी (Temporary) मेमोरी होती है, अर्थात Computer के बंद होते ही इसमे स्टोर डेटा मिट जाता है। अन्य स्टोरेज डिवाइस की तुलना में RAM काफी फास्ट होती है। हालांकि इसकी स्टोरेज क्षमता बाकियों के मुकाबले काफी कम होती है।
4. स्टोरेज देविसेस | Storage Device
Computer में डेटा को स्थायी रूप से (Permanently) स्टोर करने के लिये Hard Disk Drive (HDD) और Solid State Drive (SSD) सबसे आम प्रकार की स्टोरेज डिवाइस है। यह दोनों ही बड़ी मात्रा में डेटा को स्टोर करके रख सकती है। आपके सिस्टम में मौजूद सभी फाइलें, सॉफ्टवेयर, और अन्य प्रकार का डेटा इन्ही स्टोरेज में स्टोर रहता है। हालांकि इन दोनों में डेटा को स्टोर और पुनःप्राप्त करने के लिये अलग-अलग तकनीक का उपयोग होता है। इसके अलावा भी HDD और SSD में कई सारे अंतर है। कंप्यूटर में डेटा स्टोरेज डिवाइस के रूप में USB Flash Drive, Compact Disc (CD), DVD, Floppy Disks, आदि भी प्रयोग में ली जाती है।
5. इनपुट/आउटपुट डिवाइस | Input/Output Devices
I/O Devices उन्हें कहा जाता है, जो Computer में डेटा को इनपुट (Input) करने और आउटपुट (Output) प्राप्त करने का काम करती है। इन डिवाइस के उपयोग से यूजर और Computer के बीच संवाद सम्भव हो पाता है। ये भी कह सकते है, कि इन डिवाइस के उपयोग से यूजर Computer को नियंत्रित कर पाता है। मुख्य Input/Output Devices के उदाहरण:
- कंप्यूटर कीबोर्ड | Keyboard
- माउस | Mouse
- मॉनिटर | Monitor
- प्रिंटर | Printer
- स्पीकर | Speaker
- स्कैनर| Scanner
कंप्यूटर की 10 विशेषताएं, कंप्यूटर की विशेषताएं | Characteristics of Computer
कम्प्यूटर की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं –
1. गति | Speed
किसी मनुष्य द्वारा पूरे वर्ष में किए जाने वाले कार्य को कम्प्यूटर कुछ ही सैकेण्ड में कर सकता है। कम्प्युटर प्रोसेसर की स्पीड को हर्ट्ज (Hz) में मापते हैं।
2. शुद्धता | Accuracy
कम्प्युटर की गणनाएँ त्रुटिरहित होती है। कम्प्यूटर को एक बार सही निर्देश देने के बाद वह सारे परिणाम सही देता है। कम्प्युटर कभी गलती नहीं करता है। कम्प्युटर से प्राप्त परिणामों में होने वाली गलतियाँ मानवीय गलतियों के कारण, कम्प्यूटर में खराबी आने से या वायरस आ जाने से भी वह गलत परिणाम निकाल सकता है।
3. सक्षमता | Diligence
कम्प्युटर कार्य करते-करते कभी भी थकता नहीं है तथा निरंतर कई घंटे कार्य करने के बाद भी उसी एकाग्रता व गति के साथ कार्य करता रहता है।
4. स्मरण शक्ति | Power of Remembering
कम्प्युटर में भी मानव मस्तिष्क की तरह स्मरण शक्ति होती हैं, जिसमें लाखों-करोड़ों आँकड़े (Data) संग्रह करके रख सकते हैं। आवश्यकतानुसार इन आँकड़ों को कभी भी फिर से देखा जा सकता है।
5. व्यापक उपयोगिता | Versatility
कम्प्यूटर की सहायता से कई प्रकार के कार्य संपन्न किए जा सकते हैं। आधुनिक कम्प्यूटरों में अलग-अलग तरह के कार्य एक साथ करने की क्षमता होती है।
6. स्वचालित | Automatic
कम्प्युटर में स्वचालन का गुण होने से इसके प्रयोग से मानव श्रम एवं समय की बचत होती है। हालांकि कम्प्युटर को कार्य करने के निर्देश मनुष्य द्वारा ही दिए जाते हैं, लेकिन एक बार आदेश देने के बाद वह बिना रुके कार्य कर सकता है।
7. संग्रह क्षमता | Storage Capacity
कम्य्पूटर की संग्रह क्षमता बहुत अधिक होती है। कम्प्युटर के बाह्य (External) तथा आतंरिक (Internal) संग्रहण माध्यमों में असीमित डाटा और सूचनाओं का संग्रहण किया जा सकता है। कम्प्युटर में सूचनाएँ कम स्थान घेरती हैं, जिससे कम्प्युटर भण्डारण क्षमता विशाल और असीमित होती है।
8. पुनरावृत्ति | Repetition
कम्प्युटर को आदेश देकर एक ही तरह के कार्य बार-बार समान विश्वसनीयता और तीव्रता से कराये जा सकते हैं।
9. कार्य की एकरूपता | Uniformity of Work
बार-बार तथा लगातार एक ही कार्य करने के बावजूद कम्प्यूटर के कार्य की गुणवत्ता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
10. प्रकृति का दोस्त | Nature Friendly
कम्प्यूटर अपना कार्य करने के लिए कागज का इस्तेमाल नहीं करता हैं । डाटा का भंडारण करने के लिए भी कागजी दस्तावेज नहीं बनाने पडते हैं । इसलिए कम्प्यूटर अप्रत्यक्ष रूप से प्रकृति के रक्षक होते हैं. और इससे लागत में भी कमी आती हैं।
FAQ’s | कंप्यूटर क्या है, Computer Kya Hai
प्रो. कंप्यूटर की परिभाषा
उत्तर: Computer एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जिसका उपयोग गणना करने, डेटा/इन्फॉर्मेशन को स्टोर, व्यवस्थित, और पुनःप्राप्त करने, तथा अन्य मशीनों को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है।
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